छोटी से
मुलाकात प्यार बन जाएगी,
ये कौन जानता था,
ये कौन जानता था,
मेरी अपनी
जिंदगी किसी और की बन जाएगी,
ये कौन जानता था,
दिन अधूरा सा होगा बिन उसके,
ये कब सोचा था,
वो खुद इतना करीब आएगी,
ये गुमान ना था,
और नसीब से लड़ना होगा उसे पाने के लिए
ये कभी सोचा ना था…
ये कौन जानता था,
दिन अधूरा सा होगा बिन उसके,
ये कब सोचा था,
वो खुद इतना करीब आएगी,
ये गुमान ना था,
और नसीब से लड़ना होगा उसे पाने के लिए
ये कभी सोचा ना था…
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