खामोशियाँ...
शनिवार, 17 नवंबर 2012
प्रभु के सजदे में क्यों फरियाद किए जाते हो
.
अश्क यादों के बहाओ तो कोई बात बने
जिंदगी यूँ तो रो धो के गुजर जानी है
जिंदगी हंस के गुजारो तो कोई बात बने
.
नेक इंसान हो
,
क्यों असुरों के कर्म करते हो
नेक इंसान बन के दिखाओ तो कोई बात बने
...
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