तस्वीर ए दिल......
तसव्वुर-ए-हलाल में रात गुज़र जाती है,
काश के तू हर वक़्त मेरे साथ रहे,
इसी सोच के जाल में रात गुज़र जाती है,
बगैर किस्मत के कुछ नहीं मिलता,
बस इसी मलाल में रात गुज़र जाती है...!!!
तेरे ख़याल
में रात गुज़र जाती है,
बेबसी के हाल में रात गुज़र जाती है,
तू मुझे याद करता है या नही,
इसी सवाल में रात गुज़र जाती है,
तेरे चेहरे का अक्स जहन में बनता है,
बेबसी के हाल में रात गुज़र जाती है,
तू मुझे याद करता है या नही,
इसी सवाल में रात गुज़र जाती है,
तेरे चेहरे का अक्स जहन में बनता है,
तसव्वुर-ए-हलाल में रात गुज़र जाती है,
काश के तू हर वक़्त मेरे साथ रहे,
इसी सोच के जाल में रात गुज़र जाती है,
बगैर किस्मत के कुछ नहीं मिलता,
बस इसी मलाल में रात गुज़र जाती है...!!!
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