♥••♥ अगर
कहो तो हाले दिल का सुनाउं
तुमको
♥••♥ तमाम
उमर अपने सामने बिठाउं तुमको
♥••♥ मेरे
ज़ख़्मों का हाल पूछो अगर मेरे
महबूब
♥••♥ तो
एक एक ज़ख़्म की तफ़सील सुनाउं
तुमको
♥••♥ मौत
की नींद से भी गहरी एक नींद
होती है
♥••♥ तेरे
बाजुओं का हो तकिया तो दिखाउं
तुमको
♥••♥ यही
दुआ है क़ि वो वक़्त आए एक बार
फिर
♥••♥ तुम
जो रूठो तो हाथ जोड़ कर मनाउं
तुमको
♥••♥ हर
शख्स में मुझे एक रक़ीब नज़र
आता है
♥••♥ बोल ए मेरे? हम नवाज?
♥••♥ किस किस की नज़र से बचाउं तुमको....
♥••♥ किस किस की नज़र से बचाउं तुमको....
यही दुआ है क़ि वो वक़्त आए एक बार फिर
जवाब देंहटाएंतुम जो रूठो तो हाथ जोड़ कर मनाउं तुमको!!!!!! WAAAAH!!!!
तहे दिल से शुक्रिया एवम् आभार मनोहर भाई...
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